Gold Rate Today – सोना हमारे देश में सिर्फ ज़ेवर बनाने की चीज़ नहीं है, बल्कि ये एक परंपरा, एक भरोसा और निवेश का ज़रिया भी है। शादी हो, तीज-त्योहार हो या कोई खास मौका — लोग सोना खरीदना शुभ मानते हैं। इसलिए सोने की डिमांड हमेशा बनी रहती है। लेकिन हाल ही में जो हुआ है, उसने सबको चौंका दिया — सोने की कीमतें औंधे मुंह गिर गई हैं!
क्या मतलब है “औंधे मुंह गिरा सोना”?
ये कहावत तब इस्तेमाल होती है जब किसी चीज़ की कीमत बहुत तेज़ी से और अचानक गिरती है। इस बार सोने के साथ यही हुआ है। कुछ ही दिनों पहले सोना रिकॉर्ड हाई पर था, लेकिन अब उसकी कीमतों में अच्छी-खासी गिरावट आई है। अब ऐसे में सवाल ये है — क्या ये मौका है खरीदारी का या खतरे की घंटी?
आज का ताज़ा रेट (21 अप्रैल 2025)
भारत के कुछ बड़े शहरों में सोने की कीमतें कुछ इस तरह हैं (10 ग्राम के लिए):
शहर | 22 कैरेट | 24 कैरेट |
---|---|---|
दिल्ली | ₹89,600 | ₹97,730 |
मुंबई | ₹89,450 | ₹97,580 |
कोलकाता | ₹89,450 | ₹97,580 |
लखनऊ | ₹89,600 | ₹97,730 |
चेन्नई | ₹89,450 | ₹97,580 |
पटना | ₹89,450 | ₹97,580 |
नोट: हर शहर में थोड़ा बहुत फर्क टैक्स और मेकिंग चार्ज की वजह से हो सकता है।
गिरावट क्यों आई है?
सोने की कीमतें अचानक क्यों लुढ़की हैं, इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड सस्ता हुआ है।
- डॉलर की मजबूती से भी असर पड़ता है, क्योंकि सोना इंटरनेशनल ट्रेड में डॉलर में ही बिकता है।
- बाजार में बिकवाली का दबाव है, यानी ज्वेलर्स और इन्वेस्टर्स ने ज्यादा सोना बेच दिया।
- सरकार की नीतियों में टैक्स या इंपोर्ट ड्यूटी बदलने से भी फर्क पड़ता है।
- और अगर दुनिया में आर्थिक या राजनीतिक उथल-पुथल होती है, तो सोना कभी चढ़ता है, कभी गिरता है।
पिछले कुछ दिनों के रेट्स (20 अप्रैल 2025 तक)
- 9 अप्रैल को दिल्ली में सोना ₹1,050 गिरा।
- 16 दिसंबर 2024 को भी ₹1,150 की गिरावट आई थी।
- अप्रैल के तीसरे हफ्ते में तो सोना ₹98,000 पार चला गया था!
यानी अभी की गिरावट के बावजूद सोना अब भी ऊंचे स्तर के करीब ही है।
फायदे और नुकसान
फायदे:
- अब जो लोग पहली बार सोना खरीदना चाहते हैं, उनके लिए अच्छा मौका है।
- गहने खरीदना सस्ता पड़ेगा।
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए बढ़िया टाइम।
नुकसान:
- जिन लोगों ने पहले ऊंचे दामों पर खरीदा था, उन्हें घाटा हो सकता है।
- अचानक गिरावट से डर और घबराहट फैलती है।
- शॉर्ट टर्म मुनाफा कम हो जाता है।
क्या करें और क्या न करें?
करें:
- गिरावट का फायदा उठाएं, लेकिन धीरे-धीरे खरीदारी करें।
- लॉन्ग टर्म के लिए सोचें, एकदम मुनाफे की जल्दी न करें।
- अपने पोर्टफोलियो में सिर्फ सोना ही न रखें, शेयर और म्यूचुअल फंड भी जोड़ें।
ना करें:
- घबराकर अपना पुराना सोना मत बेचिए।
- एक ही दिन में ढेर सारा निवेश न करें।
- सोशल मीडिया की अफवाहों पर भरोसा करके फैसले मत लें।
एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?
जानकारों का कहना है कि 2025 के अंत तक सोना फिर से रिकॉर्ड हाई तक जा सकता है। कुछ अनुमान तो यह भी बताते हैं कि गोल्ड का इंटरनेशनल रेट 3,700 से 4,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है — यानी 40-70% तक का रिटर्न मिल सकता है। अभी गोल्ड 3,200 डॉलर के आसपास ट्रेड कर रहा है।
सोना गिरा है, लेकिन ये कोई नई बात नहीं। बाजार में ऊपर-नीचे तो चलता रहता है। जो समझदारी से सोचते हैं, वो गिरावट को मौके की तरह देखते हैं। अगर आप लॉन्ग टर्म सोच रखते हैं और थोड़ा-थोड़ा करके खरीदते हैं, तो सोने से बेहतर निवेश बहुत कम होते हैं।
तो अगली बार जब आप सुनें कि “सोना औंधे मुंह गिरा”, तो घबराने की बजाय थोड़ा मुस्कुराइए — शायद ये वक्त है आपके लिए कुछ खरीदने का!