Retired Employees Big News – राज्य सरकार ने रिटायर्ड कर्मचारियों को लेकर एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है। अब जिन सरकारी कर्मचारियों की नौकरी पूरी हो चुकी है और वो रिटायर हो चुके हैं, उन्हें फिर से काम करने का मौका मिल सकता है। जी हां, सरकार ने ये तय किया है कि ज़रूरत पड़ने पर रिटायर्ड कर्मचारियों को दोबारा अप्वॉइंट किया जा सकता है।
क्यों लिया गया ये फैसला?
दरअसल, कई बार ऐसा होता है कि किसी विभाग में अचानक से अनुभवी और प्रशिक्षित लोगों की ज़रूरत पड़ जाती है। ऐसे में अगर नए लोगों को ट्रेनिंग दी जाए, तो उसमें समय भी लगता है और खर्चा भी। लेकिन अगर पहले से ही अनुभवी रिटायर्ड कर्मचारी मिल जाएं, तो काम जल्दी और अच्छे से हो सकता है। इसी सोच के साथ सरकार ने तय किया है कि जरूरत पड़ने पर इन रिटायर्ड लोगों की मदद ली जा सकती है।
कितने समय के लिए होगी ये दोबारा नियुक्ति?
सरकार ने कहा है कि रिटायर्ड कर्मचारियों को दो साल के लिए फिर से नियुक्त किया जा सकता है। यानी अगर कोई रिटायर्ड कर्मचारी दोबारा काम करना चाहता है और विभाग को उसकी ज़रूरत है, तो उसे दो साल के लिए फिर से नौकरी मिल सकती है।
फैसला अब मुख्यमंत्री की मुहर से
इस पूरी प्रक्रिया में सबसे खास बात ये है कि अब ऐसे मामलों में मुख्यमंत्री को ही आखिरी फैसला लेने का अधिकार होगा। यानी अगर किसी विभाग को लगता है कि उन्हें किसी रिटायर्ड कर्मचारी की दोबारा ज़रूरत है, तो वो सीधे मुख्यमंत्री से मंज़ूरी ले सकते हैं। इससे पहले लंबी-चौड़ी प्रशासनिक प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था, लेकिन अब चीज़ें काफी आसान हो गई हैं।
किस नियम के तहत लागू हुई ये व्यवस्था?
ये नई व्यवस्था हरियाणा सिविल सेवा सामान्य नियम 2016 के नियम 143 के तहत लागू की गई है। इसके तहत केवल खास परिस्थितियों में ही रिटायर्ड कर्मचारियों को दोबारा नियुक्त करने की इजाज़त मिलेगी। यानी ये कोई आम प्रक्रिया नहीं होगी, बल्कि तब ही लागू की जाएगी जब वास्तव में किसी अनुभवी व्यक्ति की ज़रूरत होगी।
फायदे क्या होंगे इससे?
- सबसे बड़ा फायदा तो ये होगा कि विभागों को बार-बार नई भर्ती की प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। इससे समय और पैसा दोनों की बचत होगी।
- रिटायर्ड कर्मचारी पहले से ही सिस्टम को अच्छे से जानते हैं, इसलिए उन्हें दोबारा ट्रेनिंग देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- काम की गुणवत्ता भी बेहतर होगी, क्योंकि अनुभवी लोग कम समय में अच्छा आउटपुट दे सकते हैं।
- बहुत से रिटायर्ड लोग जो एक्टिव हैं और फिर से काम करना चाहते हैं, उनके लिए ये मौका बहुत फायदेमंद होगा।
क्या सभी रिटायर्ड कर्मचारियों को मिलेगा ये मौका?
नहीं, ये जरूरी नहीं है कि हर रिटायर्ड कर्मचारी को दोबारा नौकरी मिल ही जाएगी। ये फैसला पूरी तरह से उस विभाग की जरूरत पर और मुख्यमंत्री की स्वीकृति पर निर्भर करेगा। अगर विभाग को लगता है कि उन्हें किसी खास रिटायर्ड कर्मचारी की फिर से ज़रूरत है, तभी उन्हें दोबारा बुलाया जाएगा।
सरकार का ये कदम एक तरह से “दोनों हाथों में लड्डू” वाली बात है। एक तरफ सरकार को अनुभवी लोग मिल जाएंगे और दूसरी तरफ रिटायर्ड लोगों को फिर से एक्टिव रहने और कमाने का मौका मिलेगा। अगर इसे सही तरीके से लागू किया गया, तो इससे ना सिर्फ सरकारी कामकाज में तेजी आएगी, बल्कि बहुत से वरिष्ठ कर्मचारियों की काबिलियत का दोबारा इस्तेमाल भी हो सकेगा।