Gold Rate – अगर आप भी सोना खरीदने का सोच रहे हैं या फिर इसमें इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं, तो ये खबर आपके काम की है। इस साल यानी 2025 में सोने की कीमतों ने जैसे रॉकेट पकड़ लिया है। हर हफ्ते, हर महीने नए रिकॉर्ड बनते जा रहे हैं। कई बार तो लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा कि सोना सच में इतना महंगा हो गया है! अब एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले 2-3 सालों में सोने की कीमतें और भी ज्यादा चौंका सकती हैं।
2025 में सोने ने तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड
अभी के हालात की बात करें तो 23 अप्रैल को सोने का भाव 98,500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। और आज यानी 24 अप्रैल को यह 98,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस-पास ट्रेंड कर रहा है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक आने वाले महीनों में, खासकर मार्च 2026 तक, इंटरनेशनल लेवल पर सोने की कीमत 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। यानी इसमें करीब 500 डॉलर की और बढ़त देखी जा सकती है।
अगर ऐसा होता है, तो इंडिया में सोना 2026 में 1,23,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास ट्रेड कर सकता है। सोचिए, एक तोला सोना खरीदना तो मिडल क्लास के लिए सपना बन जाएगा।
अब तक मिला शानदार रिटर्न
जनवरी से लेकर अप्रैल 2025 तक सोने ने करीब 29% का रिटर्न दिया है। यानी जिसने साल की शुरुआत में इन्वेस्ट किया था, वो अब अच्छा-खासा मुनाफा कमा चुका है। अभी इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड करीब 3,500 डॉलर प्रति औंस के आसपास है, और इसका टारगेट अब 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का है। अगर वर्ल्ड पॉलिटिकल और इकोनॉमिक टेंशन बढ़ते हैं तो यह सीधे 4,500 डॉलर प्रति औंस तक भी जा सकता है।
ऐसी स्थिति में इंडिया में सोने का भाव 1,40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। मतलब, तब तो शादी-ब्याह में भी सोने के गहनों की जगह कुछ और ही देना पड़ेगा!
दिवाली तक क्या होगा सोने का हाल?
त्योहारी सीजन में तो वैसे भी सोने की मांग बढ़ जाती है, और दाम भी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिवाली 2025 तक सोने की कीमत 1,13,500 रुपये प्रति 10 ग्राम हो सकती है। अगर डिमांड और बढ़ी, तो ये 1,15,000 रुपये का आंकड़ा भी पार कर सकता है। इस समय दुनियाभर के सेंट्रल बैंक भी सोना खरीदने में लगे हैं, जिससे डिमांड और सप्लाई का बैलेंस बिगड़ रहा है और प्राइस तेजी से ऊपर जा रहे हैं।
आ सकती है अचानक गिरावट भी
लेकिन सब कुछ हमेशा ऊपर ही नहीं जाता। एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि जैसे अभी प्राइस तेजी से ऊपर गया है, वैसे ही आने वाले सालों में ये तेजी से नीचे भी आ सकता है। अगर सेंट्रल बैंकों ने सोने की खरीद कम कर दी या इकोनॉमिक कंडीशन स्थिर हो गई, तो प्राइस में गिरावट आ सकती है।
चांदी की भी हालत सुधर सकती है
चांदी की बात करें तो अभी थोड़ी धीमी है, लेकिन साल के अंत तक इसकी कीमतें भी भाग सकती हैं। इंडिया में 2025 के एंड तक चांदी 1 लाख 10 हजार रुपये प्रति किलो तक जा सकती है, जबकि इंटरनेशनल मार्केट में इसका रेट 39 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।
तो 2028 में क्या होगा सोने का हाल?
अब बात करते हैं सबसे इंटरेस्टिंग पॉइंट की – साल 2028 में गोल्ड प्राइस क्या होंगे? कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2028 तक सोने की कीमतें गिर सकती हैं। जी हां, हो सकता है कि उस समय एक तोला सोना सिर्फ 65,500 रुपये का हो। यानी जो अभी सोने के बढ़ते दामों से परेशान हैं, उनके लिए 2028 में राहत की खबर आ सकती है।
इसकी वजह यह हो सकती है कि तब तक गोल्ड की डिमांड कम हो जाए, ग्लोबल पॉलिटिकल टेंशन कम हो जाए, और इकोनॉमी थोड़ी स्थिर हो जाए। अगर अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर शांत हो गया, टैरिफ कम हो गए और मंदी का डर भी घट गया, तो इन्वेस्टर्स गोल्ड से दूरी बना सकते हैं। इससे प्राइस गिर सकता है।
तो भाई बात साफ है – अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर हैं तो अभी का टाइम सही है। लेकिन अगर आप थोड़े इंतजार करने को तैयार हैं, तो 2028 तक सस्ता सोना खरीदने का मौका मिल सकता है। वैसे भी, सोना हमेशा से ही एक भरोसेमंद इन्वेस्टमेंट रहा है – चाहे महंगा हो या सस्ता।