Petrol Diesel Price Today – पेट्रोल और डीजल की कीमतें जब घटती हैं, तो सीधा असर आपकी जेब पर पड़ता है। हर दिन के ट्रांसपोर्ट से लेकर सब्जी, दूध, किराना – सब सस्ता होने लगता है। और इस बार तो वाकई में अच्छी खबर है! 18 अप्रैल 2025 से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती हुई है, जिससे आम जनता को बड़ी राहत मिली है।
क्यों सस्ते हुए पेट्रोल-डीजल?
इस बार दाम घटने की सबसे बड़ी वजह है – इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और सरकार की तरफ से टैक्स में कुछ बदलाव। अप्रैल में क्रूड ऑयल यानी कच्चे तेल के दाम 65-78 डॉलर प्रति बैरल के बीच आ गए हैं। साथ ही, सरकार ने एक्साइज ड्यूटी भी थोड़ा घटाया है, जिससे तेल कंपनियों को थोड़ा मुनाफा हुआ और उन्होंने इसका फायदा कस्टमर्स को दिया।
कब से लागू हुई नई कीमतें?
18 अप्रैल 2025 की सुबह 6 बजे से पूरे देश में नए दाम लागू कर दिए गए हैं। भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं। इस बार औसतन ₹2 प्रति लीटर तक की कटौती की गई है, जिससे कई शहरों में पेट्रोल-डीजल ₹80-90 प्रति लीटर के आस-पास पहुंच गया है।
कुछ शहरों के अपडेटेड रेट्स (₹/लीटर)
- दिल्ली: पेट्रोल ₹94.77, डीजल ₹87.67
- मुंबई: पेट्रोल ₹103.50, डीजल ₹90.03
- कोलकाता: पेट्रोल ₹105.01, डीजल ₹91.82
- चेन्नई: पेट्रोल ₹100.80, डीजल ₹92.39
- लखनऊ: पेट्रोल ₹94.61, डीजल ₹87.71
हर राज्य की कीमतें अलग होती हैं क्योंकि राज्य सरकारें अपने हिसाब से VAT लगाती हैं।
राज्यवार कुछ नए रेट्स
- उत्तर प्रदेश: पेट्रोल ₹94.75, डीजल ₹87.84
- बिहार: पेट्रोल ₹106.94, डीजल ₹93.80
- गुजरात: पेट्रोल ₹94.49, डीजल ₹90.17
- राजस्थान: पेट्रोल ₹104.36, डीजल ₹89.88
- केरल: पेट्रोल ₹106.08, डीजल ₹95.04
- तेलंगाना: पेट्रोल ₹108.83, डीजल ₹97.10
पेट्रोल-डीजल की कीमतें तय कैसे होती हैं?
इनकी कीमत कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है:
- कच्चे तेल की कीमत: जब इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल सस्ता होता है, तो देश में भी दाम कम हो सकते हैं।
- डॉलर-रुपया एक्सचेंज रेट: तेल डॉलर में खरीदा जाता है, तो रुपए की वैल्यू पर भी असर पड़ता है।
- सरकारी टैक्स: केंद्र और राज्य मिलकर टैक्स लगाते हैं, जिससे दाम बढ़ या घट सकते हैं।
- डीलर कमीशन और ट्रांसपोर्ट खर्च: पंप तक तेल लाने और डीलर का कमीशन भी कीमत में जुड़ता है।
- हर दिन की अपडेट सिस्टम: 2017 से हर सुबह 6 बजे दाम अपडेट होते हैं।
क्या फायदा होगा आम लोगों को?
- ट्रांसपोर्ट सस्ता होगा: टैक्सी, बस, ऑटो के किराए में कमी आ सकती है।
- घर का बजट सुधरेगा: दूध, सब्जी, फल जैसी चीजें सस्ती मिल सकती हैं।
- किसानों को राहत: खेती में डीजल का खर्च कम होगा, जिससे लागत घटेगी।
- बिजनेस में फायदा: डीजल से चलने वाली इंडस्ट्री की प्रोडक्शन कॉस्ट कम हो सकती है।
सरकार और इकोनॉमी पर क्या असर पड़ेगा?
- महंगाई दर में राहत: जब ट्रांसपोर्ट और प्रोडक्शन सस्ता होगा तो बाजार में महंगाई थोड़ी कम हो सकती है।
- सरकारी कमाई पर असर: टैक्स में कटौती से सरकार को कम पैसे मिलेंगे, लेकिन जनता को फायदा मिलेगा।
- चुनावी असर: चुनाव के समय में ये कटौती वोटर्स के मूड पर भी असर डाल सकती है।
आगे क्या हो सकता है?
- अगर कच्चे तेल के दाम और गिरते हैं, तो आगे और राहत मिल सकती है।
- लेकिन अगर इंटरनेशनल मार्केट में मांग बढ़ी या सरकार ने फिर से टैक्स बढ़ाया, तो कीमतें दोबारा ऊपर जा सकती हैं।
- चुनाव के बाद दाम फिर बढ़ सकते हैं, इसलिए इसे परमानेंट राहत मानना जल्दीबाज़ी होगी।
तो कुल मिलाकर, 18 अप्रैल से पेट्रोल-डीजल के दामों में जो कटौती हुई है, उससे जनता को कुछ समय के लिए राहत जरूर मिली है। इससे ट्रांसपोर्ट से लेकर रोजमर्रा के खर्चों में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। लेकिन आगे क्या होगा, ये इंटरनेशनल मार्केट और सरकार की नीति पर निर्भर करेगा। फिलहाल के लिए, थोड़ी मुस्कान के साथ पेट्रोल पंप से लौटिए!