RBI Currency Update – इन दिनों मार्केट में हाई-क्वालिटी नकली ₹500 के नोट तेजी से फैल रहे हैं, और इनका असली नोट से फर्क करना बहुत मुश्किल हो गया है। खासकर जब इन नकली नोटों की प्रिंटिंग इतनी साफ होती है, तो आम आदमी के लिए असली और नकली नोट में अंतर करना बहुत कठिन हो जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक नया आदेश जारी किया है, जिसका उद्देश्य जनता को जागरूक करना है ताकि वे आसानी से नकली नोटों की पहचान कर सकें और धोखाधड़ी से बच सकें।
नकली ₹500 के नोटों की बढ़ती समस्या
रिपोर्ट्स के अनुसार, नकली नोटों का कारोबार पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ा है। विशेष रूप से ₹500 के नोट सबसे ज्यादा नकली पाए जा रहे हैं, क्योंकि यह सबसे आम इस्तेमाल होने वाला मूल्यवर्ग है। इन नकली नोटों की प्रिंटिंग इतनी अच्छे तरीके से की जाती है कि दुकानदार और ग्राहक दोनों को धोखा हो जाता है। यह एक गंभीर समस्या बन चुकी है, और आरबीआई ने इसे लेकर त्वरित कदम उठाए हैं।
आरबीआई का नया आदेश: क्या बदला है?
भारतीय रिजर्व बैंक ने 2025 में एक नई गाइडलाइन जारी की है, जो न केवल बैंक कर्मचारियों और दुकानदारों के लिए है, बल्कि आम जनता के लिए भी है। इस गाइडलाइन में कई अहम बातें हैं, जो इस समस्या से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताती हैं।
- नकली नोट पहचानने वाली मशीनों को अपडेट करना – सभी बैंकों को नकली नोट पहचानने वाली मशीनों को अपग्रेड करना होगा ताकि वे बेहतर तरीके से नकली नोट को पहचान सकें।
- नकली नोटों की पहचान पर विशेष कैंप – हर बैंक शाखा में ग्राहकों को नकली नोटों की पहचान करने की जानकारी देने के लिए विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे।
- दुकानदारों को सलाह – दुकानदारों को यह सलाह दी गई है कि वे नकली नोटों को स्वीकार न करें और यदि ऐसा हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
- नागरिकों को कानूनी सुरक्षा – यदि कोई नागरिक नकली नोट पहचानता है और उसे बैंक में जमा कराता है, तो उसे कानूनी सुरक्षा दी जाएगी।
असली और नकली ₹500 के नोट में फर्क कैसे करें?
अब सवाल यह उठता है कि असली और नकली ₹500 के नोट में फर्क कैसे किया जाए। इसे पहचानने के लिए कुछ आसान तरीके हैं, जिन्हें ध्यान में रखना जरूरी है।
- वॉटरमार्क – असली नोट में महात्मा गांधी का चेहरा और ₹500 का वॉटरमार्क साफ दिखाई देता है।
- सिक्योरिटी थ्रेड – असली नोट में एक सिक्योरिटी थ्रेड होता है, जिसमें “भारत” और “RBI” लिखा होता है। यह थ्रेड बदलते हुए रंग में दिखाई देता है।
- सीक्रेट नंबर – असली ₹500 नोट को हल्की रोशनी में तिरछा करने पर ₹500 का सीक्रेट नंबर दिखता है, जबकि नकली नोट में यह नहीं होता।
- कलर शिफ्ट इंक – जब आप नोट को घुमाते हैं, तो ₹500 लिखा हुआ नंबर रंग बदलता है, जो कि नकली नोटों में नहीं होता।
- माइक्रो टेक्स्ट – असली नोट में बहुत छोटे अक्षरों में “भारत” और “RBI” लिखा होता है, जो नकली नोट में अक्सर धुंधला या गायब होता है।
असली और नकली नोट की तुलना
असली और नकली ₹500 नोटों के बीच फर्क जानने के लिए एक त्वरित तुलना करें:
विशेषता | असली ₹500 नोट | नकली ₹500 नोट |
---|---|---|
वॉटरमार्क | महात्मा गांधी और ₹500 | धुंधला या गायब |
सिक्योरिटी थ्रेड | रंग बदलने वाला, “भारत” और “RBI” लिखा होता है | सीधी लाइन, शब्द गायब होते हैं |
कलर शिफ्ट इंक | ₹500 का नंबर रंग बदलता है | रंग नहीं बदलता |
माइक्रो टेक्स्ट | छोटे अक्षरों में “भारत” और “RBI” | धुंधला या गायब |
छपाई की गुणवत्ता | उभरी हुई और स्पष्ट | सपाट और अस्पष्ट |
जनता के लिए महत्वपूर्ण टिप्स
- नोट की जांच करें – जब भी ₹500 के नोट का लेन-देन हो, खासकर जब खुले पैसे दिए जाएं, तो नोट को ध्यान से चेक करें।
- नकली नोट मिलने पर रिपोर्ट करें – अगर आपको नकली नोट मिले, तो तुरंत पुलिस या नजदीकी बैंक को सूचित करें।
- मोबाइल ऐप्स का इस्तेमाल करें – ऐसे मोबाइल ऐप्स का इस्तेमाल करें जो नकली नोटों की पहचान करने में मदद करते हैं।
- परिवार और दोस्तों को जागरूक करें – बच्चों और बुजुर्गों को भी नकली नोटों की पहचान के बारे में बताएं ताकि वे भी सतर्क रहें।
असली घटनाओं से सीखें
लखनऊ में जनवरी 2025 में एक छात्र ने एटीएम से ₹10,000 निकाले, जिसमें से 3 नोट नकली निकले। उसने तुरंत बैंक को सूचित किया, और बैंक ने जांच के बाद उस एटीएम को बंद कर दिया। इसी तरह दिल्ली में मार्च 2025 में ₹500 के नकली नोटों का एक बड़ा जखीरा पकड़ा गया था, जो किसी प्रिंटिंग प्रेस से निकले थे।
नकली ₹500 नोटों की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है, लेकिन अगर हम सभी सतर्क रहें और आरबीआई के दिशा-निर्देशों का पालन करें, तो इस खतरे को काफी हद तक टाला जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि हर नागरिक को नकली नोटों की पहचान करनी चाहिए, दूसरों को इसके बारे में जानकारी देनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर सही कदम उठाना चाहिए। जागरूकता और सतर्कता ही इस धोखाधड़ी से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है।